Monday 17 September 2018

नवीन झा बने ब्राह्मण महासंस्था के प्रदेश उपाध्यक्ष

नवीन झा बने ब्राह्मण महासंस्था के प्रदेश उपाध्यक्षकटिहार। शहर के बरमसिया मोहल्ला निवासी नवीन झा को अंतराष्ट्रीय ब्राह्मण महासंस्था के राष्ट्रीय अध्यक्ष वशिष्ट दूबे द्वारा संगठन का प्रदेश उपाध्यक्ष मनोनीत किया गया है। उनके मनोनयन पर स्थानीय ब्राह्मण समाज ने खुशी जाहिर की है 
और संगठन के सशक्त होने की बात कही है। श्री झा के प्रदेश उपाध्यक्ष बनने पर डा. नरेश झा, ध्रुव झा, विकाश ठाकुर, संजीव झा, पप्पू चौधरी, डा. आशुतोष, परिमल झा, मनोज झा, एएन ठाकुर, सरोज झा, गजेन्द्र पाठक, बबन झा, अमर झा, नरेश शर्मा, गो¨वद शर्मा आदि ने प्रसन्नता जाहिर की है। बता दें कि श्री झा सदा से सामाजिक व राजनीतिक गतिविधियों से जुड़े रहे हैं।

मोर्चा के प्रतिनिधिमंडल ने पूर्व मंत्री से की भेंट



Image result for protest bihar cartoonकटिहार । आल बैकवर्ड एंड दलित मोर्चा की बैठक रविवार को हुई। इसमें कई ¨बदुओं पर चर्चा की। बैठक की अध्यक्षता मोर्चा के संस्थापक आलोक कुमार ने की। बाद में मोर्चा के एक प्रतिनिधिमंडल ने वैश्य जाति के कुछ उपजाति के पिछड़ेपन की समस्याओं को लेकर पूर्व शिक्षा राज्यमंत्री डा. रामप्रकाश महतो से भेंट की। 
साथ ही इन उपजातियों को अत्यंत पिछड़ा वर्ग में शामिल कराने को लेकर उचित पहल करने का अनुरोध किया। डा. महतो ने कहा कि इस समस्या को लेकर जोरदार ढंग से आवाज उठाई जाएगी। इस मौके पर राजीव पोद्दार, अशोक पोद्दार, निरंजन पोद्दार, अनीता गुप्ता, रेणु कुमारी आदि मौजूद थे।

लापता हाफिज की बरामदगी को लेकर बवाल, सड़क जाम

लापता हाफिज की बरामदगी को लेकर बवाल, सड़क जामभागलपुर। शाहजंगी पंचायत के खिलाफतनगर से पिछले दो दिनों से लापता हाफिज गुलफराज अंसारी (28) की बरामदगी की मांग को लेकर लोगों ने रविवार को शाहजंगी-कबीरपुर वैकल्पिक बाइपास को जाम कर दिया। इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने टायर जलाकर प्रशासन के खिलाफ आक्रोश व्यक्त किया। सूचना मिलने पर हबीबपुर पुलिस मौके पर पहुंची और मामले की छानबीन कर हाफिज की बरामदगी का आश्वासन दिया तब जाकर चार घंटे बाद जाम हटाया गया।

सृजन को 'उपहार' में दिया गया था ट्रायसेम भवन

सृजन को 'उपहार' में दिया गया था ट्रायसेम भवनसबौर स्थित सृजन महिला सहयोग विकास समिति को 'उपहार' में ट्रायसेम भवन बनाकर दिया गया था। सरकारी राशि से निर्मित ट्रायसेम (ट्रेनिंग फॉर रूरल यूथ सेल्फ इम्पलायमेंट) भवन का कोई किराया नहीं लिया जाता था। जिस समय ट्रायसेम भवन को सृजन संस्था को दिया गया, संस्था की ओर से किराया के मुद्दे पर कोई समझौता नहीं किया गया था।
सृजन संस्था को ट्रायसेम भवन करीब 1995-96 में दिया गया था, जबकि इस जमीन की बंदोबस्ती 2003 में पूर्व डीएम डॉ. केपी रमैया के कार्यकाल में तत्कालीन सीओ ने की थी। इसका अर्थ यह हुआ कि सृजन संस्था को पहले ट्रायसेम भवन दिया गया, फिर इस जमीन की बंदोबस्ती की गई।